कवि ने ‘श्रीब्रजदूलह किसके लिए प्रयुक्त किया है और उन्हें संसार रूपी मंदिर का दीपक क्यों कहा है?

कवि ने ‘श्रीब्रजदूलह’ कृष्ण के लिए प्रयुक्त किया है। जिस प्रकार से मंदिर में रखा दीपक अपने प्रकाश से चारो तरफ के अँधेरे को दूर करता है, अपनी पवित्रता से मंदिर को पवित्र करता है, ठीक उसी प्रकार श्री कृष्ण भी जगत रुपी मंदिर के दीपक हैं। और दीपक की ही भांति इस जगत रुपी मंदिर में ईश्वरीय आभा, दैवीय चमत्कार एवं पवित्रता का संचार कर रहें हैं। उत्तर प्रदेश में जन्मे कवि देव ने श्री कृष्ण को ब्रज के दूल्हे के रूप में सम्बोधित किया है।


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